नहीं करना चाहिये जो प्रबल शरीरी द्रव को बढ़ा देता है या
3.
शिरानाल, गला, नाक या सिर के हिस्सों में शरीरी द्रव के आधिक्य को निकटतम संभव छिद्र नाक के माध्यम से निकाल दिया जाता है।
4.
जब विरेचकों का प्रयोग किया जाता है, तो मरीज को ऐसा भोजन नहीं करना चाहिये जो प्रबल शरीरी द्रव को बढ़ा देता है या तीनों शरीरी द्रव को असंतुलित कर देता है।
5.
जब विरेचकों का प्रयोग किया जाता है, तो मरीज को ऐसा भोजन नहीं करना चाहिये जो प्रबल शरीरी द्रव को बढ़ा देता है या तीनों शरीरी द्रव को असंतुलित कर देता है।